भारत ने आकाशदीप सिंह और हरमनप्रीत सिंह सिंह के
शानदार गोलों की बदौलत शनिवार को 18वें एशियाई खेलों के कांस्य
पदक मुकाबले में चिर प्रतिद्वंदी पाकिस्तान को 2 - 1 से मात देकर कांस्य पदक पर कब्जा किया। पाकिस्तान की ओर से एकमात्र
गोल मोहम्मद अतीक ने किया। भारत का एशियाई खेलों के हॉकी स्पर्धा में यह तीसरा कांस्य पदक है। भारत ने इससे पहले 1986 और 2010 में हॉकी में कांस्य पदक जीता था।
आकाशदीप सिंह ने मैच के तीसरे मिनट में गोल कर
भारत को 1- 0 से बढ़त दिलाई। भारत को मैच
का पहला पेनल्टी कॉर्नर 50वें मिनट में मिला जिसे हरमनप्रीत सिंह ने गोल में बदल कर भारत की बढ़त को दोगुना कर दिया। पाकिस्तान की ओर से एकमात्र गोल खेल के 52वें मिनट में मोहम्मद अतीक
के द्वारा किया गया।
भारत और पाकिस्तान के बीच एशियाई खेलों के इतिहास
में पहली बार कांस्य पदक
के लिए मैच खेला गया।
भारत को सेमीफाइनल में मलेशिया ने सडन डेथ में 7-6 से हराया जबकि पाकिस्तान को जापान ने 1-0 से हराया था। भारत और पाकिस्तान दोनों टीमों ने लीग मैचों में क्रमश:
76 और 45 गोल किए थे।लेकिन अहम
सेमीफाइनल मुकाबले में दोनों टीमों ने घुटने टेक दिए।
इसे किसी विडंबना से कम नहीं
कहा जाएगा कि गत चैंपियन भारत ने जिस जापान को ग्रुप मैच में 8-0 से और पूर्व चैंपियन पाकिस्तान ने मलेशिया को 4-1 से हराया था, वही
टीमें स्वर्ण पदक का मुकाबला खेलेंगी।
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